दिल्ली में मुफ्त, सुरक्षित और भरोसेमंद बस सेवा के लिए चलाये जा रहे अभियान का आगाज़ 23 जून को एक वेबिनार के जरिये किया गया. आईआईटी दिल्ली की प्रोफेसर गीतम तिवारी, सेफटीपिन संस्था की संस्थापिका और सीईओ डॉ कल्पना विश्वनाथ और सामाजिक कार्यकर्ता एवं शोधकर्ता एविटा दास ने ‘पब्लिक बस हमारा हक़’ अभियान के पहलुओं से जोड़ते हुए अपनी बात रखी. वेबिनार में चर्चा का संचालन निशांत ने किया जो समनेट के सदस्य हैं और दिल्ली के अभियान में एक अहम भूमिका में हैं. वक्ताओं और प्रतिभागियों का स्वागत इंस्टिट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड सस्टेनेबिलिटी के निदेशक राजेन्द्र रवि ने किया. अविकल पाराशरी ने अभियान के डिजिटल हिस्से के बारे में सभी को अवगत कराया और डिजिटल माध्यमों पर अभियान से जुड़ने के लिए आयोजक टीम की ओर से निवेदन किया.
इस वेबिनार में करीब 90 लोगों ने भाग लिया और चर्चा के दौरान कई लोगों ने अपने अनुभवों और मुद्दों को साझा किया.
यह चर्चा रिकॉर्ड की गयी थी और इसे देखने के लिए आप इस लिंक पर जा सकते हैं: पब्लिक ट्रांसपोर्ट नाउ!: पहले अंक की रिकॉर्डिंग
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