सम नेट के अनेक उद्देश्यों में प्राथमिक उद्देश्य है, अपने शहरों के परिवहन सम्बन्धी अनुभवों और सन्दर्भों को सम नेट के सदस्यों से साझा करना। प्रत्येक शहर की अपनी अनूठी अवस्था, इतिहास एवं समस्याएँ होती हैं। फलतः हरेक शहर के लिए आवश्यक है अपनी अनोखी रणनीतियों, समाधानों और प्रयासों को अपनाना और कार्यान्वित करना। आज के परिदृश्य में, जहाँ उन्नति का मतलब “स्मार्ट” और परिवहन की हर समस्या का समाधान “मेट्रो” बन चुका है, अपनी शहर की विशिष्टता और विशेषता को समझना और उसे प्रयोग में लाना पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरी हो चुका है।
विविधता, सम नेट की सबसे प्रबल ताकतों में से एक है। यह विविधता नवाचारों और बहुआयामी दृष्टिकोण को प्रेरित करता है। और हमारी उम्मीद है कि यह सम नेट के सभी सदस्यों के बीच एक निरंतर और पारस्परिक सीखने की प्रक्रिया को भी जन्म देगा। शहर या समुदाय की इसी विशिष्टता को हाल ही में समझा, दुनिया में लोक-केंद्रित शहरी डिज़ाइन का नेतृत्व करने वाली कम्पनी GEHL (गेल) ने। जब इस कंपनी को अर्जेन्टीना की राजधानी ब्युनो सायरिस की विख्यात जन-निर्मित बस्ती को पुनः डिज़ाइन करने का अवसर मिला, तो उन्होंने एक आलेख के ज़रिए अपने अनुभवों का ज़िक्र किया। भारतीय परिप्रेक्ष्य में अनौपचारिक नियोजन की विडंबना को अपनाने की ज़रुरत को समझते हुए सम नेट ने GEHL द्वारा लिखे इसे आलेख का अनुवाद करना ज़रूरी समझा। अनुवाद करने के निरंतर इसे सम नेट के सभी साथियों के साथ साझा किया गया।
अंग्रेजी में GEHL द्वारा लिखे गए आलेख को यहाँ पढ़ा जा सकता है। जबकि हिंदी में अनुवादित आलेख को आप डाउनलोड कर सकते हैं- अनौपचारिक नियोजना की विडंबना को अपनाना.docx (1)